पाटन(बबलुसिंह यादव) पंचायत समिति पाटन के निकटवर्ती गांव मीणा की नांगल मे हो रहे अवैध खनन की लगातार शिकायतों पर स्थानीय प्रशासन शुक्रवार को मौके पर पहुंचा। सरकारी अमला देखकर ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे।ग्रामीणों ने खनन माफियाओं के खिलाफ कई बातें प्रशासन के सामने रखी।जब प्रशासन पहुंचा तो खनन माफियाओं ने खनन को पूरा बंद कर रखा था। वहां पर 5 खदानों का माइंस मैनेजर मिला।अधिकारियों ने ग्रामीणों की पीड़ा सुनते हुए अवैध खनन के जांच के आदेश दिए।गौरतलब है कि 5 रोज पहले लोगों की शिकायत पर माइनिंग इंजीनियर जांच कर औपचारिकताएं पूरी कर ली थी। ग्रामीणों का कहना है कि माइनिंग इंजीनियर खनन माफियाओं से मिले हुए हैं।यहां पूरी तरीके से अवैध खनन होता है खनन का सुरक्षा मापदंड नहीं है।एक डीप हॉल में 30 किलो बारूद भर के विस्फोटक किया जाता है।विस्फोटक सामग्री भी खुले में पड़ी रहती है।जिससे आसपास के मकान,गांव में मंदिर , स्कूल में भी दरारें आई है। ग्रामीणों का आरोप है कि खनन माफियाओं ने सबूत नष्ट करते हुए उनको कई जगह मरम्मत करके सबूत मिटाने की कोशिश की है।लोगों की जान से खेला जा रहा है।
पांच दर्जन से अधिक गंभीर बीमारियों के रोगी
दलपतपुरा सरपंच बलराम गुर्जर ने बताया कि मेरे गांव में 50 से अधिक मरीज गंभीर बीमारियों दमा,सांस,सिलिकोसिस जैसे रोगों में गांव को धकेल दिया है।गांव की आबादी के बीचो बीच ओवरलोड ट्राले चलाए जाते हैं धूल उड़ती रहती है।जिन पर परिवहन विभाग भी लगाम नहीं कस रहा। इसी बीच एडीएम अनिल महला ने शांत करते हुए जांच के आदेश दिए।आरटीओ को ओवरलोडिंग पर सख्त आदेश दिए।एडीएम अनिल महला ने सरपंच बलराम गुर्जर को कहा आबादी के बीच में निकलने वाले वाहनों व किसी भी प्रकार की समस्या आने पर पुलिस में मुकदमा भी दर्ज करवा सकते है।इस दौरान अधिकारियों ने मीणा की नांगल के मंदिर,स्कूल का दौरा किया।स्कूल में कई कमरों के बाहर दरारें देखी गई है।एसडीएम बृजेश गुप्ता ने भी ग्रामीणों की सुनते हुए कहा विभागों की संयुक्त कार्रवाई हो।मौके पर प्रशासनिक अमले में नीमकाथाना एडीएम अनिल महला,एसडीएम बृजेश गुप्ता,नायब तहसीलदार धर्मेंद्र स्वामी,माइनिंग विभाग के अधिकारी ,परिवहन विभाग इंस्पेक्टर व पुलिस जाप्ता ,ग्रामीण मौजूद रहे।