नीमकाथाना। पाटन इलाके में स्यालोदडा जीएसएस में बिजली विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है। रात के समय शराब के नशे में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने एक युवक को जबरदस्ती लाइट ठीक करने के लिए खंभे पर चढ़ा दिया। कुछ देर बाद ही युवक करंट लगने से झुलस गया। इसके बाद युवक को इलाज के लिए जयपुर रैफर किया गया। जहां शुक्रवार को इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। जिसके बाद बिजली विभाग के दोनों कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों ने बिजली विभाग के कार्यालय के बाहर शव रखकर धरना शुरू कर दिया। परिजनों की मांग है कि प्रशासन उचित मुआवजा दे। साथ ही जल्द से जल्द कार्रवाई हो। मौके पर तहसीलदार सत्यवीर यादव, डिप्टी गिरधारीलाल शर्मा, पाटन थानाधिकारी बृजेश सिंह समेत बिजली विभाग के अधिकारी भी पहुंचकर समझाइश कर रहे हैं। इधर, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जबतक हमारी मांगों पर समाधान नहीं होगा तबतक प्रदर्शन जारी रहेगा। इस दौरान युवा नेता राजेश भाईडा, मंजू सैनी, पाटन प्रधान सुवालाल सैनी सहित सैकड़ों लोग मौजूद हैं।
ये है पूरा मामला
स्यालोदड़ा निवासी शंकर लाल सैनी ने पाटन थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि 16 अप्रैल की रात करीब 9 बजे बिजली विभाग का कर्मचारी संतोष शर्मा व पिंकेश सैनी शराब के नशे में उसके घर आए। जो बेटे कैलाश चंद सैनी ( 26 ) को नजदीक स्थित पावर हाउस ले गए। यहां दोनों ने बिजली लाइन फाल्ट ठीक करने के लिए उसे जबरदस्ती बिजली के पोल पर चढ़ा दिया। जहां करंट की चपेट में आने से वह सीधे नीचे आ गिरा। घटना के बाद दोनों कर्मचारी कैलाश को घर के बाहर एक चारपाई पर पटक गए। जिसकी कराहने की आवाज सुनी तो नजदीकी लोगों की मदद से उसे जयपुर के एसएमएस अस्पताल ले जाया गया। जहां करंट से झुलसने पर उसके दोनों हाथ काटने पड़े। इसके बाद भी गंभीर हालत में उसका उपचार जारी रहा। इसी बीच शुक्रवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। रिपोर्ट में संतोष शर्मा व पिंकेश के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। परिजनों ने बताया कि कैलाश प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था, जो कि फिजिकल टेस्ट में पास हो गया था। पिता मजदूरी करते हैं।