नीमकाथाना। ग्राम गांवड़ी में स्थित बांध के पेटे के नजदीक बांध की पाल के पास की जमीन पर खनन कार्य जोरों से चल रहा है। खनन माफियाओं के बुलंद हौसलों के आगे प्रशासन की कार्रवाई परस्त है। खनन माफिया बांध क्षेत्र में रात-दिन लगातार खनन कर रहे है। बांध की पाल को तोड़कर रास्ता बनाया गया है।
शिकायतकर्ता गोपाल सैनी ने बताया कि सिंचाई विभाग के द्वारा बांध का निर्माण किया गया था। बांध के पाल के पास माता का मंदिर स्थित है। मंदिर के ठीक पीछे खनन कार्य किया जा रहा है। खनन क्षेत्र बांध क्षेत्र में आता है। इस क्षेत्र में लगभग 70 फुट से अधिक गहराई तक खनन किया जा रहा है। प्रशासन से अपील है कि खनन कार्य बंद करवा कर बांध को बचाया जाए। भारी ब्लास्टिंग से बांध की पाल क्षतिग्रस्त हो गई है जो मिट्टी की बनी थी।
शिकायतकर्ता ने बताया कि गोयल मिनरल्स के नाम से चार खदान पट्टे स्वीकृत किए गए हैं जिसमें एमएल नंबर 34/03, 33/03, 35/03, 54/03 है। यहां सिलिका, क्वार्ट्ज, चेजा पत्थर का खनन किया जाता है। शिकायतकर्ता ने सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता पर अनापत्ति प्रमाण पत्र को लेकर व पटवारी पर मौका मुआयना को लेकर आरोप लगाए है।
इनका कहना हैं
1.विभाग ने उक्त खनन पट्टे संबंधित अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया। 2004 में राज्य सरकार द्वारा निर्देश के अनुसार 18 बांध पंचायत समिति नीमकाथाना के अधीन किए गए। पंचायत समिति विकास अधिकारी कि उक्त बांध के रखरखाव संबंधित जिम्मेदारी बनती है।
नाथूराम
सहायक अभियंता
सिंचाई विभाग
2. उक्त प्रकरण की शिकायत के बाद उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता ने कमेटी का गठन किया है। कमेटी में विकास अधिकारी राजूराम सैनी, तहसीलदार सत्यवीर यादव, सिंचाई विभाग सहायक अभियंता नाथूराम को चुना गया है। कमेटी द्वारा उक्त प्रकरण को लेकर सीमा ज्ञान करवाया जाएगा। अगर खनन बांध क्षेत्र में होना पाया जाता है तो जिम्मेदारों व खनन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
राजूराम सैनी
विकास अधिकारी
नीमकाथाना।