नीमकाथाना। कपिलदेव राजकीय जिला अस्पताल में इन दिनों लपका गिरोह सक्रिय है। गिरोह में पुरुषों सहित महिलाएं भी शामिल है। यह गिरोह गर्भवती महिलाओं सहित अन्य मरीजों को झांसे में लेकर निजी केंद्रों से सोनोग्राफी करवाने के लिए बाध्य करते है। इस कृत्य से गिरोह के सदस्य सोनोग्राफी निजी केंद्रों से मोटा कमीशन वसूल रहे है। गिरोह के सदस्यों का इतना दुस्साहस है कि निजी केन्द्रों पर जांच एक्सरे व सोनोग्राफी के लिए ये लोग रोगियों के हाथों से पर्ची तक छीन लेते हैं। लपका गिरोह से जुड़े लोग अस्पताल में होने वाले निशुल्क सोनोग्राफी के बदले भी कई रोगियों से वसूली कर गरीब लोगों पर दोहरी मार डाल रहे हैं। अस्पताल के अंदर सोनोग्राफी कक्ष के बाहर गेट पर चस्पा नोटिस लपका गिरोह के लिए महज कागज का टुकड़ा साबित हो रहा है।
सवालों के घेरे में सोनोग्राफी की सुविधा
जिला अस्पताल में एक ही सोनोलॉजिस्ट है। वह छुट्टी पर रहने के बाद सोनोग्राफी मशीन भी बंद रखनी होती है। ऐसे में मरीज सुविधाओं से वंचित रह जाते है। मजबुरन मरीजों व गर्भवती महिलाओं को दोहरी फीस देकर बाहर से निजी केंद्रों से सोनोग्राफी करवानी पड़ रही है। जिला अस्पताल के बाहर काफी संख्या निजी सोनोग्राफी केंद्र संचालित है। ऐसे में लपका गिरोह अस्पताल में दिखाने आए मरीजों को उन सेंटरों पर भेज मोटा कमीशन कमाते है।
निशुल्क जांचें महज नाममात्र की रही
अपनी पत्नी को दिखाने आए एक परिजन ने बताया कि सोनोलॉजिस्ट छुट्टी पर होने के कारण मैडम ने बाहर से सोनोग्राफी करवाने का हवाला दिया। बाहर निजी केंद्र 700-800 रुपए वसूल रहे है। ऐसे में निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं केवल नाम मात्र की रही है।
अस्पताल प्रशासन बेखबर
अस्पताल प्रशासन इन लोगो की जालसाजी से भली भांति अवगत है। ऐसे गिरोह पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अस्पताल प्रशासन लपका गिरोह से जुड़े लोगों को रोकने में विफल साबित हो रहा है। अस्पताल परिसर के बाहर भी सुबह के समय मुख्य दरवाजे से लेकर दवा जांच केंद्रों तक गिरोह से जुड़े लोग देखे जा सकते है।