नीमकाथाना में ग्राम सिरोही के ग्रामीणों ने कृषि भूमि में से पुराने रास्ते को राजस्व रिकार्ड में दर्ज करवाने को लेकर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।
सरपंच जयप्रकाश कस्वा ने बताया कि ग्राम पंचायत सिरोही राजस्व ग्राम तेतरवाली के बास में प्रचलित रास्ता जो स्टेट हाईवे 37 बी काली कांकरी से लाम्बा की ढाणी, ढाणी समोता की, नया कुआं, जोहड़ी वाला, बाला सागर, बालाजी वाला, रामदेव सागर, नोवड़ी की ढाणी होते हुए प्रचलित रास्ता ग्राम पंचायत गोविंदपुरा, भगेगा, भगोठ, चला, झड़ाया सहित कई गांवों व ढाणियों को आपस में जोड़ता है।
रास्ते को दो दिन से बंद कर दिया गया है। इस रास्ते करीब 20,000 लोगो आवाजाही करते है। यह रास्ता 100 साल पुराना है। अगर यह रास्ता बंद होता है तो कई गांवों तक पानी के टैंकर, एंबुलेंस जाने का रास्ता बंद हो जाएगा। जिसको लेकर राजस्व रिकार्ड में दर्ज करवाने की मांग की गई। मामले को लेकर विधायक व एडीएम को भी अवगत करवाया गया।
इस दौरान रंधावा सिंह, राजेश, झाबर, भोलाराम, मनोज, सुभाष, सुमेर, कुंभाराम, हरद्वारी, रामकिशन, गिरधारीलाल सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।
फॉलोअप शिविर में दिया था ज्ञापन
जानकारी के मुताबिक पूर्व सरपंच वीरेंद्र यादव ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था। जिसमें अवगत करवाया कि काली कांकरी से आगे ग्राम पंचायत सिरोही व हलका पटवारी द्वारा गलत रूप से स्टेट हाईवे से आगे तक रास्ता अंकन कर विभाग को प्रस्तुत करेंगे।
मौके पर कृषि भूमि में कभी भी रास्ता नहीं था न ही आज है हमारी भूमि में रास्ता परचलन में नहीं है। विभाग के सामने गलत व मिथ्या रास्ता का प्रस्ताव दे रहे है, जबकि उक्त भूमि में फसल नहीं होती है तो भी कोई पगडण्डी भी खेतों में नहीं है। रास्ता अब खाली भूमि में परचलन है। खेतों में तो चारों और मेड बंदी है। जिसको लेकर सरपंच सहित ग्रामीण राजस्व रिकार्ड में रास्ता निकलवाने की मांग में विरोध में आ गए।