नीमकाथाना: प्रदेश में आरक्षण का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। गुर्जर आरक्षण की तर्ज पर इस बार सैनी समाज ने अपने हक की मांग की है। नीमकाथाना में 12% आरक्षण की मांग को लेकर सैनी समाज के सैकड़ों लोगों ने शुक्रवार को उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
पूर्व कांग्रेस महिला प्रदेश महासचिव मंजू सैनी ने बताया कि माली समाज में सैनी, कुशवाहा, शाक्य व मौर्य आदि के रूप में करीब डेढ़ करोड़ की आबादी है। सैनी समाज फिलहाल अन्य पिछड़ा वर्ग में आता है। समाज के लोगों की जनसंख्या के लिहाज से अलग से 12% आरक्षण की मांग है। जिससे समाज के युवा आगे बढ़ सके।
वही, सुंदर मल सैनी ने बताया कि राजस्थान में सैनी समाज के लोग आरक्षण के अभाव से राजनीतिक, सामाजिक शैक्षिक व आर्थिक स्थिति में सबसे पिछड़े हुए हैं। समाज के अधिकांश परिवार लघु कृषक व मजदूरी करते हैं। बड़ी संख्या में समाज के लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। ऐसे में जनसंख्या के अनुपात व आर्थिक असमानता के आधार पर सरकारी नौकरियों में समाज को 12 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए। इस दौरान कृष्ण सैनी, मुकेश सैनी, विजय माली,राकेश सैनी, गोपाल सैनी, सोनू सैनी, धर्मपाल सैनी, मन्नालाल सैनी, नंदलाल सैनी, मदन आडतियां सहित सैनी समाज के बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
ये है 11 सूत्रीय मांग
🔽महात्मा फुले कल्याण बोर्ड का गठन कर उसे क्रियान्वित किया जाए।
🔽सैनी,माली एवं कुशवाह आदि समाज को अलग से आरक्षण दिया जाए।
🔽राजस्थान के हर शहर व कस्बे में सब्जी ठेले वालों को स्थायी जगह दी जाए।
🔽महात्मा फुले बागवानी बोर्ड का गठन किया जाए।
🔽महात्मा फुले दंपती के नाम से विश्वविद्यालयों में शोध केंद्रों की स्थापना की जाए।
🔽महात्मा फुले जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित किया जाए।
🔽भारतीय सेना में सैनी रेजिमेंट का गठन किया जाए। सैनी माला व कुशवाह के लिए अलग से एक्ट लाया जाए।
🔽फुले दंपती के नाम से संग्रहालय बनाया जाए।
🔽महात्मा फुले दंपती को भारत रत्न से नवाजा जाए।
🔽इसका प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेजा जाए।