नीमकाथाना: उपखंड क्षेत्र में गत दिनों लगातार हुई बारिश के बाद किसानों ने खरीफ फसलों की बुवाई शुरू कर दी है। क्षेत्र में स्थित खेतों में निराई-गुड़ाई का कार्य चल रहा है। वहीं, कुछ खेतों में जुताई के बाद बीज अंकुरित हो गए हैं।
बाजरे की अच्छी पैदावार की उम्मीद
किसानों ने बारिश के बाद से ही खेतों में बुवाई का कार्य शुरू कर दिया है। ग्रामीण अंचल में ज्यादातर किसान बाजरे की बुवाई कर रहे हैं। बाजरे की पैदावार से पशुओं के लिए चारा भी हो जाता है। बाजरे के साथ ग्वार की बुवाई भी खेतों में की जा रही है।
खेतों में निराई-गुड़ाई इसलिए जरूरी
सहायक कृषि अधिकारी बीरबल सिंह ने बताया कि खेतों में खरपतवार के संकट से निपटने के लिए निराई-गुड़ाई की जाती है। किसानों को खेतों में बुवाई के 20-25 दिनों बाद निराई-गुड़ाई करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सरकार ने इस वर्ष 161.38 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुवाई का लक्ष्य रखा है।
वेन कैंपेन
सहायक कृषि अधिकारी बीरबल सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा खरीफ 2022 योजना, के अंतर्गत उपखंड क्षेत्र नीमकाथाना के प्रत्येक राजस्व गांव तक वेन कैंपेन के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत फसल ऋण लेने वाले किसान व गैर ऋणी किसान और बटाईदार किसानों द्वारा फसलों का बीमा करवाया जा सकेगा।