उदयपुर में कन्हैया लाल की नृशंस हत्या के विरोध में रविवार को आवश्यक सेवाओं को छोड़कर नीम का थाना शहर पूरी तरह बंद रहा। नीमकाथाना में व्यापारिक, राजनीतिक, हिंदू संगठनों ने कन्हैया लाल की हत्या के आरोपियों को शीघ्र व कठोरतम दण्ड दिलवाने को लेकर राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार सत्यवीर यादव को ज्ञापन सौंपकर रोष व्यक्त किया।
कन्हैया लाल की निर्मम हत्या राजस्थान के माथे पर कलंक
श्री अग्रवाल समाज समिति के सदस्यों ने उदयपुर में हुए हत्याकांड के विरोध में रोष व्यक्त करते हुए कहा कि उदयपुर में तालिबानी ढंग से कन्हैया लाल की हत्या की गई। उसके लिए राजस्थान सरकार की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि इस घटना से समस्त भारतवासी स्तब्ध है। यह घटनाक्रम राजस्थान के माथे पर कलंक है।
सरकार कर रही है लीपापोती
व्यापार संघ नीमकाथाना के सदस्य सुभाष अग्रवाल ने बताया कि राजस्थान में पहले हुई करौली, जोधपुर, अलवर दंगों जैसी घटनाएं सुनियोजित थी। उन्होंने बताया कि राजस्थान में कानून व्यवस्था चौपट हो गई है। समुदाय विशेष के आतंकी लोग अपनी गलत मानसिकता व देश के प्रधानमंत्री के विचारों का विरोध करने के कारण राजस्थान में लगातार सनातन समाज पर हमला कर रहे हैं। राज.सरकार द्वारा केवल लीपापोती के प्रयास किए जा रहे हैं।
हिंदू समाज के अस्मिता पर हमला, मदरसों की जांच हो
भारतीय जनता पार्टी के नीमकाथाना शहर मंडल अध्यक्ष दीपक महाजन ने बताया कि राजस्थान सरकार अपने विधायकों की देखरेख में व्यस्त है। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष विष्णु चेतानी ने बताया कि राजस्थान में जितने भी संख्या में मदरसे स्थापित हैं। उनमें संचालित गतिविधियों की जांच के लिए सरकार एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाएं।
विभिन्न संगठनों की एक ही मांग; फांसी हो
विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के सदस्य मनोज बंशिया ने बताया कि विभिन्न संगठनों ने पुरजोर शब्दों में आवाज उठाते हुए ज्ञापन के माध्यम से उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर शीघ्र फांसी की मांग की है। राजस्थान में पूर्व भी इस तरह के आतंक फैलाने वाले दहशतगर्दो को गिरफ्तार कर सजा दिलाने की मांग की है।