नीमकाथाना में आयोजित 21 वें रक्तदान शिविर में व्यापारिक संगठन, प्रशासनिक अधिकारियों सहित कई रक्तदानियों ने इस पुनीत कार्य मे हिस्सा लिया।
हर साल की भाँति इस वर्ष भी नीमकाथाना में रक्तदान को लेकर जन प्रतिनिधियों द्वारा जनजागृति अभियान चलाए गए। लेकिन इस बार सोशल मीडिया पर लोगों के विरोध से रक्तदान का रंग फीका ही रहा। नीमकाथाना में 2000 से अधिक यूनिट संग्रहण करने वाली समिति इस बार 1200 का आंकड़ा भी नहीं छू पाई।
पिछले कई सालों से नियमित रक्तदान करने वाले कई रक्तदानियों ने इस बार इन समितियों से दूरी बना ली। जिसका असर सोशल मीडिया पर भी देखने को मिला।
नीमकाथाना न्यूज़ टीम ने जब ग्राउंड रिपोर्ट चेक की तो पता चला कि नीमकाथाना में ब्लड की आवश्यकता पड़ने पर सीकर, कोटपूतली या जयपुर के लिए बोला जाता है। नीमकाथाना में ब्लड का संग्रहण के साथ साथ ब्लड की उपलब्धता का अनुपात ना के बराबर है।
नीमकाथाना में ब्लड की नहीं है कोई व्यवस्था
लोगो का कहना है कि नीमकाथाना से हर साल बहुत अधिक मात्रा में खून दान दिया जाता है, मगर जब आवश्यकता पड़ती है तो रक्तदानी इन रक्तदान शिविर समितियों की ओर आशा भरी नजरों से देखते है, लेकिन जब कई बार कोई मदद नहीं मिलती तो नीमकाथाना के लोग अपने आपको ठगा सा महसूस करते हैं। उनके रक्त की कीमत महज एक हेलमेट ओर फल में आंक दी गई है।
नीमकाथाना न्यूज़ ने करवाया सर्वे
नीमकाथाना न्यूज़ ने इसको लेकर एक सोशल सर्वे कराया, जिसमे पूछा गया कि क्या ये रक्तदान शिविर समितियां विगत समय मे जरूर पड़ने पर आपको या आपके परिचित को रक्त उपलब्ध करवाया ?
जिसमें -
76% लोगों ने कहा नहीं
14% लोगों ने कहा पता नहीं
महज 9% लोगों ने हाँ में उत्तर दिया।
नीमकाथाना में खुले ब्लड बैंक
लोगों ने नीमकाथाना में बल्ड बैंक खुलवाने की मांग करते हुए कहा कि जब क्षेत्र में रक्तदान शिविरों का आयोजन होता रहता हैं इससे अच्छा हैं यहां बल्ड बैंक खुले जिससे आवश्यक पड़ने पर सीकर, कोटपूतली या जयपुर नहीं जाना पड़े।
विशेष रिपोर्ट- नीमकाथाना न्यूज़.इन