चीफ़ एडिटर मनीष टांक की रिपोर्ट...
नीमकाथाना: अब तक आपने गाजे बाजे के साथ इंसानों की अंतिम यात्रा जाते हुए तो देखी होगी, लेकिन क्या कभी आपने किसी सांड की अंतिम यात्रा गाजे-बाजे के साथ धूमधाम से निकलते हुए देखी है? जी हां, नीमकाथाना में एक सांड की अंतिम यात्रा गाजे-बाजे के साथ धूमधाम से निकली, जो कोई भी इस अंतिम यात्रा का गवाह बना, वो इस दृष्य को देखकर खासा हैरान भी था।बता दें कि, ये वाक्या नीमकाथाना के वार्ड नं 13 व 16 के रावजी मोहल्ले का है, जहां सांड की अंतिम यात्रा वार्ड के लोगों ने मिलकर 5 किमी तक धूमधाम से निकाली। ट्रैक्टर पर फूलों से सजा कर सांड का शव रखा गया। इसके बाद शव यात्रा लेकर सिरोही नदी पहुंचे। लोगों ने पूरे विधि-विधान के साथ सांड का अंतिम संस्कार भी किया।
स्थानीय निवासी नरेंद्र सिंह ने बताया कि, उनका अंतिम कार्यक्रम बड़ी ही श्रद्धा और विश्वास के उनको साक्षात नंदी मानकर किया गया। सांड लंपी बीमारी से ग्रस्त था। जिसके इलाज को लेकर वार्डवासियों ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। पत्रकार दीपक शर्मा के सहयोग से पालिका कर्मचारियों ने लंपी सेंटर छोड़ा।
चिकित्सकों ने इलाज किया लेकिन सांड भगवान को प्यारा हो गया। उसके बाद वार्डवासियों ने निजी वाहन से शव को वार्ड में लेकर पहुंचे, जहां वार्डवासियों ने धूम-धाम से सांड की अंतिम यात्रा निकालकर अंतिम संस्कार किया। इस दौरान राजू शर्मा, सुल्तान कुमावत, निर्मल शर्मा, नंदलाल शर्मा, दिनेश शर्मा, आशीष शर्मा, विकास शर्मा, यश शर्मा, विकास सेन, मुकेश कुमावत, धर्मेंद्र कुमावत, आनंद जोशी, भैरू सिंह, विपिन शर्मा, करण सिंह, विष्णु अग्रवाल, रमेश कुमावत, जेपी सोनी, जीतू शर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।