नीमकाथाना: सेठ नंद किशोर पटवारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय नीमकाथाना को डूबने से बचाने व अतीत को बनाए रखने को लेकर भारत की जनवादी नौजवान सभा ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा। डीवाईएफआई तहसील अध्यक्ष गोपाल सैनी ने कहा कि आजादी के बाद नीमकाथाना के दानवीर सेठ के पुत्र पोत्रो ने विधानसभा क्षेत्र नीमकाथाना की गरीब, पिछड़ी, वंचित जनता के लिए 1960-65 में सेठ नंदकिशोर पटवारी राजकीय महाविद्यालय का निर्माण कर सरकार से महाविद्यालयी शिक्षा की शुरुआत की थी, वो दानदाता कितनी दूरगामी सोच के रहे होंगे।
तत्कालीन समय इस महाविद्यालय में श्रीमाधोपुर, खंडेला, अजीतगढ़, उदयपुरवाटी, खेतड़ी, सिंघाना, कोटपुतली तक के लोग पढ़ते थे। इस महाविद्यालय का भवन निर्माण आधुनिक निर्माण क्रिया को भी पीछे रखता है। आगामी 100 वर्षों में भी इसके एक एक कमरे की उपयोगिता बरकरार रहेगी।
आज यह महाविद्यालय शेखावाटी विश्वविद्यालय का सबसे बड़ा महाविद्यालय है। 1990- 2000 के बीच जब बहुत वर्षा होती थी तब भी महाविद्यालय के महाविद्यालय के सामने पानी नहीं भरता था।
1995 व इसके बाद नगरपालिका नीमकाथाना की अकर्मण्यता, अल्प सोच व भूमाफिया से सांठ गांठ के कारण यह महाविद्यालय का मुख्य गेट 2.5 फिट नीचे है तथा वर्तमान में 2.5 फिट फिट नीचे ओर हो जायेगा । यदि भविष्य में भारी वर्षा आई तो महाविद्यालय सम्पूर्ण पानी में डूब जायेगा।
अगर प्रशासन कॉलेज को डूबने से बचाने में शीघ्र करवाई नहीं करेगा तो भारत की जनवादी नौजवान सभा नीमकाथाना कॉलेज के सामने सड़क पर अनिश्चित कालीन, भूख हड़ताल, धरना प्रदर्शन करेगा। जिसका जिम्मेदार स्वयं प्रशासन रहेगा। इस दौरान सुनील नटवाड़िया, रतन सिंघल, विनय प्रकाश सैनी, नवीन यादव आदि नौजवान मौजूद रहे ।