नीमकाथाना: निकट ग्राम मावंडा खुर्द में खरबासों की ढाणी के सशस्त्र सीमा बल लखनऊ में तैनात ऋषि चौधरी का बीमारी के चलते निधन हो गया। पार्थिव देह शनिवार को सेना की टुकड़ी द्वारा उनके पैतृक गांव लाया गया। जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
इस दौरान एसएसबी जवानों की टुकड़ी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मान किया। इसके साथ ही डेढ़ साल के बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई। इस दौरान पूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर, एसडीएम बृजेश गुप्ता, सशस्त्र सीमा बल के आनंद कुमार, आप नेता महेंद्र मांडिया, सरपंच विनोद जाखड़ सहित संख्या में लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
खेल कोटे से हुए थे भर्ती, तबीयत बिगड़ने से हुआ निधन
जानकारी मुताबिक जवान ऋषि चौधरी 2011 में सेना में खेल कोटे से भर्ती हुए थे उनके 5 साल की बेटी और ढाई साल का एक बेटा है। जवान चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। ड्यूटी के दौरान लखनऊ से इलाहाबाद जाते समय अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। तबीयत खराब होने पर वापस उन्हें लखनऊ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज करने के बाद शुक्रवार को उन्होंने दम तोड़ दिया।
देह देख पत्नी बेहोश, अस्पताल में करवाया उपचार
जानकारी के मुताबिक जवान का पार्थिक देह घर पहुंचा। शव को देखकर पत्नी मंजू बेहोश हो गई। जिसको राजकीय अस्पताल में उपचार के लिए भिजवाया। प्राथमिक उपचार के बाद मंजू को घर लाया गया।
पिता सरपंच रह चुके, बेटे ने दो बार खेला स्टेट
अमित चौधरी ने बताया कि ऋषि चौधरी जयपुर में अपने चाचा के पास में रहकर पढ़ाई की। उन्होंने दो बार नेशनल दो बार स्टेट खेला। इनके पिता बिहारी लाल सरपंच रह चुके हैं।