रिपोर्ट- बबलू सिंह यादव
नीमकाथाना/पाटन: पंचायत समिति के निकतवर्ती गांव करजो में स्थित शेरावाली स्टोन क्रेशर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर पैसे का पावर नाम से वीडियो वायरल हो रहा है।जिसमे शेरावाली स्टोन क्रेशर के मुख्य रास्ते पर जेसीबी मशीन से खाई खोद रहे हैं लेकिन कुछ घंटो के बाद उस खाई में दूसरी जेसीबी मशीन मिट्टी भराई का काम शुरू करती नजर आ रही है।
सोशल मीडिया व्हाट्सएप पर पैसे का पावर नाम की टैग लाइन के साथ यह वीडियो काफी दिन से चर्चा का विषय बने हुए हैं ।
नीमकाथाना न्यूज़ की टीम जब इस वीडियो की सच्चाई जाने के लिए शेरावाली स्टोन क्रेशर करजो पहुंची तो पता चला कि बेगा की नांगल पंचायत समिति के सरपंच सतपाल यादव ने मनरेगा योजना के तहत खुदाई का कार्य चालू करने की बात कही थी लेकिन जैसे ही सरपंच सतपाल यादव खाई खोद कर वापस घर की तरफ आए तो शेरावाली क्रेशर के लोगों ने जेसीबी की सहायता से उस खाई को वापस मिट्टी से भर दिया।
शेरावाली स्टोन क्रेशर करजो के मुनीम से इस विषय पर बात की तो उन्होंने इस दोनों वीडियो की सच्चाई को स्वीकार किया साथ ही कहा कि यह रास्ता पिछले 10 सालों से चालू है। गोर मतलब बात है कि यह भूमि गौचर की है।
इनका कहना है।
हां यह बात सही है।उक्त भूमि गौचर भूमि है।मैंने मनरेगा योजना के तहत कार्य करवाने हेतु खाई कुदवाई थी लेकिन क्रेशर वालों ने पुनः इस खाई को भर दिया ।इस विषय बाबत मैंने वीडियो एवं पाटन तहसीलदार तहसीलदार मुनेश कुमार को उक्त प्रकरण से अवगत कराया था।
सतपाल यादव सरपंच
बेगा की नांगल
मामले को लेकर मुझे कोई शिकायत नहीं मिली हैं।इन क्रेशरों के पास भूमि तो गोचर ही है जिसमें से अगर इन्होंने रास्ता निकाल रखा है तो उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
तहसीलदार पाटन
मुनेश कुमार