जानकरी के अनुसार रणजीत सिंह और विक्रम सिंह पुत्र बहादुर सिंह शेखावत तय विवाह दिनांक 04 नवम्बर को भागेश्वर गाँव में बरात लेकर पहुंचे। विवाह में टीके की रस्मस्वरूप दुल्हन पक्ष की ओर से दोनों दुल्हों को पांच लाख रूपये दिए गए जिसको दुल्हों और उनके पिता ने दहेज़ को एक सामाजिक बुराई बताते हुए सहर्ष और बड़ी ही विनम्रता के साथ दुल्हन पक्ष को लौटा दिए।
दहेज़ में मात्र नारियल और एक रुपया लेकर समाज के समक्ष एक अनूठी मिसाल पेश की। दूल्हा विक्रम सिंह भारतीय सेना (GREF) में कार्यरत है और रणजीत सिंह अभी सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा है।
दहेज प्रथा के खिलाफ बहादुर सिंह शेखावत के इस प्रशंसनीय कदम को संपूर्ण भागेश्वर गाँव, हीरानगर के निवासी तथा विवाह में मौजूद सभी लोगों ने एक अनूठी और अनुकरणीय मिशाल बताया। दुल्हे के पिता बहादुर सिंह शेखावत और भाई दिलीप सिंह, नरेंद्र सिंह, रविंद्र सिंह ने बताया कि विवाह में दुल्हन ही वास्तविक दहेज़ और इस बात को चरितार्थ करने में पूरा परिवार और रिश्तेदार प्रसन्न हैं | समाज में इस प्रकार की पहल से सम्पूर्ण शेखावत परिवार भी गौरवान्वित है।