नीमकाथाना। आवश्यकताएं ओर परिस्थिति ऐसी चीज हैं जो रुपयों से भरा बैग मिलने पर जरूरतमंद के ईमान को डगमगा दें, लेकिन ईमानदारी अभी जिंदा है इसका परिचय कराते हुए एक जरूरमंद व्यक्ति ने रकम से भरे बैग को सुरक्षित मालिक के हवाले कर दिया।
घटना लोक परिवहन बस की है। जिसमें नीमकाथाना की ढाणी पूंछलावाली निवासी राजेन्द्र यादव अपनी पत्नी शिवानी के साथ जयपुर से नीमकाथाना के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने अपने बैग को बस की पिछली डिग्गी में रख दिया। जिसमें नगदी ओर 15 लाख रूपये के आभूषण सहित अन्य सामान थे। जब नीमकाथाना पहुंचे तो डिग्गी में बैग ना मिलने पर परिचालक को बताया।
परिचालक ने भी बैग अच्छे से चैक किया। बैग नहीं मिलने पर कोतवाली थाने में घटना के बारे में बताया। पुलिस ने सूचना के आधार पर टीम गठित कर त्वरित कार्रवाई करते हुए तलाशी शुरू कर दी।
कुछ समय पश्चात राजेन्द्र के पास एक अनजान व्यक्ति का फोन आया और बैग के बदले जाने की बात कही। वह व्यक्ति नवोडी की ढाणी, गोविंदपुरा निवासी अजीतसिंह था, जिन्होंने गलती से चला में अपने बैग से मिलता जुलता बैग उतार लिया था।
मोबाइल पर मिली सूचना पर कोतवाली थानाधिकारी विजय कुमार मय जाब्ते ग्यारसी लाल, जगवीर सिंह गोविंदपुरा पहुँचे। अजीत सिंह ने नगदी ओर जेवरात से भरा बैग सुरक्षित पुलिस के हाथों सौंप कर ईमानदारी की मिशाल पेश की।
अजीतसिंह ने बताया कि वह चला टोल प्लाजा से लोक परिवहन बस की जानकारी प्राप्त कर बैग के मालिक तक पहुँचने का प्रयास किया।
पुलिस ने अल्प समय में नगदी व आभूषणों से भरा बैग पीड़ित दम्पति को सौंपकर अजीतसिंह को धन्यवाद दिया। उनकी ईमादारी की प्रशंसा की।