नीमकाथाना: शहर में मंगलवार की देर रात्रि को लखदातार मित्र मंडल की ओर से आयोजित 24 वाँ बाबा श्याम का वार्षिकोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। महोत्सव में देश के जाने-माने श्याम भजन गायकों ने खाटूश्याम के लोकप्रिय भजन पेश कर पूरे प्रांगण को श्याम मय कर दिया।
गणेश वंदना के साथ रात्रि संध्या का आगाज
कार्यक्रम की शुरुआत महाआरती के साथ प्रारंभ किया गया। उसके पश्चात गायक कलाकार साक्षी अग्रवाल द्वारा गणेश वंदना के साथ रात्रि संध्या का आगाज किया गया।
खाटू वाले श्याम के लोकप्रिय भजन पेश किए
जाने-माने श्याम भजन गायक राज पारीक ने श्याम बाबा की दिलकश और लोकप्रिय भजन पेश किए, जबकि सोनीपत और राहुल राज म्यूजिशियन ग्रुप की शानदार धुन के साथ प्रस्तुति दी गई। म्यूजिशियन ग्रुप द्वारा संगत की गई। श्याम भजन गायकों द्वारा जब खाटू वाले श्याम के लोकप्रिय भजन पेश किए जा रहे थे तब हर कोई मस्ती में झूम रहा था। बल्कि कुछ तो ऐसे भी श्रद्धालु थे जो अपने स्थान पर खड़े होकर नाचने लगे।
मारवाड़ी भाषा मे नीलवर्ण को लीला कहा गया
राज पारीक ने भजनों की प्रस्तुति देते हुए कहा कि राजस्थान के सीकर के श्याम कुंड से बाबा श्री श्याम का प्रादुर्भाव हुआ। उन्होंने कहा कि महाभारत का युद्ध देखने के लिए नीलवर्ण के अश्व पर चढ़कर तरकस में मात्र तीन बाण लेकर बाबा श्याम युद्ध स्थल पर पहुंचे थे। इसलिए मारवाड़ी भाषा मे नीलवर्ण को लीला कहा गया है। श्रोता तालियां बजा कर ध्यान मग्न होकर बाबा गुणानुवाद कर रहे थे। बाहर के कलाकारों द्वारा खाटू वाले श्री श्याम का आकर्षक दरबार लगाया गया था। श्याम बाबा की ज्योति अनवरत जलती रही। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए कोतवाली व सदर थाना पुलिस जाब्ता तैनात रहा।