नीमकाथाना: साइबर ठगों ने अब ठगी करने का एक नया रास्ता खोज निकाला। आंगनबाड़ी की प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना से जुड़ी लाभार्थी महिलाओं को फोन करके ओटीपी पूछ खाते से रुपए निकालने का मामला सामने आया है। एक ही दिन में करीब तीन घटनाएं सामने आई हैं। फर्जी बाल विकास अधिकारी बन लाभार्थियों को फोन कर ओटीपी पूछकर उनके खातों से रूपये निकाले जा रहे हैं। विश्वास जीतने लिए आशा सहयोगिनियों को कॉन्फ्रेंस कॉल भी कर रहे है। मामले सामने आने के बाद विभाग सख्त हो गया।
महिलाओं को बनाया निशाना, एक खाते से उड़ाएं 5 हजार
साइबर ठगों द्वारा महिलाओं से ठगी करने के नीमकाथाना क्षेत्र में तीन मामले सामने सामने आए हैं। बाल विकास विभाग जयपुर की एक महिला अधिकारी बन कर प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना के लाभार्थियों से फोन कर ठगी कर रही हैं। ठगी करने वाली महिला में लाभार्थी महिला से बोला कि प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना के आपके खाते में पैसे आए या नहीं आए। लाभार्थी ने बोला कि नहीं आए और फर्जी महिला अधिकारी ने कहा अभी आपके खाते में 5 हजार रुपए आ रहे हैं। उसके बाद फर्जी महिला अधिकारी ने कहा कि रुको में आपके एरिए की आशा सहयोगिनी से बात करवाती हूं।
विश्वास दिलाने के लिए आशा सहयोगिनी से करवाई बात, लताड़ भी लगाई
फर्जी महिला अधिकारी ने लाभार्थी महिला को विश्वास दिलाने के लिए गांव गुहाला में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर आशा सहयोगिनी संतोष टेलर से लाभार्थी की कॉन्फ्रेंस पर बात करवाई। फर्जी महिला अधिकारी ने लाभार्थी को कामकाज को लेकर जमकर लताड़ भी लगाई। उसके बाद महिला लाभार्थी को विश्वास हुआ कि यह फोन जयपुर से ही आया है। उसके बाद ठगों ने महिला के मोबाइल नंबर पर एक मैसेज भेजा और कहा कि आपके मोबाइल में जो ओटीपी आई हैं वह बताओ महिला ने ओटीपी बताई और खाते से 5 हजार रुपए निकल गए। इतने में ही ठगों ने फोन बंद कर दिया।
ओटीपी पूछा तो फोन काटा, विभाग को करवाया अवगत
उसके बाद गुहाला के विकेश चौधरी युवक के पास उसी फर्जी अधिकारी का कॉल आया और कहा कि आपके पास मातृ वंदन योजना के पैसे आए या नहीं। युवक ने कहा अभी तक मेरे पास पैसे नहीं आए हैं तो उसी तरीके से महिला अधिकारी ने युवक के एरिए की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से कॉन्फ्रेंस पर बात करवाई और कामकाज में लापरवाही को लेकर जमकर लताड़ लगा दी। इतना ही नहीं कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी ताकि लाभार्थी को कोई शक नही हो। फर्जी महिला ने विकेश मैसेज भेजकर ओटीपी मांगी तो विकेश ने फोन काट दिया।
आशा सहयोगिनी को नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी दी
विकेश चौधरी ने घटना की जानकारी नीमकाथाना बाल विकास विभाग के अधिकारी संजय चेतानी को दी। संजय चेतानी बताया कि मातृ वंदन योजना के पैसे सीधे खाते में आते हैं। ओटीपी की जरूरत नहीं पड़ती है। इधर डाबला के जाटवास में भी कॉल किया गया लेकिन आशा सहयोगिनी द्वारा अधिकारियों से बात करने की बात कहीं। उन्होंने नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी भी दी।
सवाल? विभाग का डाटा कैसे हुआ लीक
बाल विकास विभाग का डाटा लीक होने की संभावना हैं। लीक होने के बाद ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी और लाभार्थियों के मोबाइल नंबर ठगों के पास पहुंच गए हैं। विभाग अपने स्तर पर मामले की जांच कर रहा हैं। सवाल? ये हैं की लाभार्थियों के डाटा ठगों तक कैसे पहुंचे। क्या ठगों ने विभाग की साइट को हैक किया है। विभाग की जांच करवानी आवश्यक है।
विभाग ने सावधान रहने की अपील की
साइबर ठगों के फ्रॉड से बचने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहयोगी और लाभार्थियों के पास आ रहे ठगों के कॉल के लिए सावधान रहने के लिए विभाग द्वारा जारी किया गया मैसेज सोशल मीडिया पर डाला गया हैं।
इनका कहना हैं.....
साइबर ठगों ने तीन लाभार्थियों को निशाना बनाने की कोशिश की है। जिससे एक महिला लाभार्थी के खाते से ठगों ने 5 हजार रुपए निकाल लिए गए हैं। आशा सहयोगी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और लाभार्थियों को सूचित कर दिया गया है कि विभाग द्वारा ऐसा कोई कॉल आए तो ओटीपी नहीं बतानी हैं और मामले से उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया गया हैं।
संजय चेतानी
सीडीपीओ, नीमकाथाना