नीमकाथाना: कहते हैं ढूंढने पर तो भगवान भी मिल जाता है, बस इसी आस और उम्मीद में आठ साल से एक माँ अपने बेटे के इंतजार में बैठी रही। जब बेटा मिला तो माँ और बेटे के आंसू छलक पड़े।
नीमकाथाना का अपना घर आश्रम बेसहारा असहाय लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। 2 माह पहले नेपाल के रहने वाले युवक कुंती उर्फ पवन कुमार शर्मा को खंडेला से आश्रम के सदस्यों ने आश्रम में पहुंचाया था। पवन कुमार करीब 2 साल से खंडेला में रह कर अपना जीवन यापन कर रहा था। पवन शर्मा की यादासत भी जा चुकी थी।
आश्रम में आने के बाद आश्रम के सदस्यों द्वारा उसकी देखभाल की। उसके बाद उसकी तबीयत में सुधार हुआ और धीरे-धीरे यादाश्त आना शुरू हुई। पवन कुमार शर्मा को पेंटिंग बनाने का बहुत शौक था एक दिन वह पेंटिंग बना रहा था, तभी अचानक उनके घर का पता याद आ गया और पेंटिंग बनाते समय उन्होंने अपने घर का पता और पड़ोस में रहने वाले गोपाल शर्मा का मोबाइल नंबर लिख दिया।
जिसके बाद अपना घर आश्रम के कार्यकारिणी सदस्य गजेंद्र मोदी और कार्यालय प्रभारी आराम सिंह ने कॉल किया। कुंती की बात उनके पड़ोस में रहने वाले गोपाल शर्मा से करवाई तो कुंती ने उसे पहचान लिया।
गोपाल ने बताया कि फिलहाल पवन की मां नेपाल में रहती है और मैं बंगलौर में हूं। जल्द ही हम पवन को लेने आयेंगे।
मां से वीडियो कॉल पर हुई बात
6 जून 2023 को पवन की माँ भिमा देवी खराल का वीडियो कॉल आया और कुंती से बात की अपने बेटे को देखकर मां की आंखों में आंसू झलक पड़े। कुंती की मां ने बताया वह दिल्ली में रहकर एक मेहंदी कंपनी में काम करती थी उनके बेटे की दिमाग की हालत खराब हो गई और एक दिन अचानक घर से निकल गए।
उन्होंने बताया कि हमने दिल्ली के आस पास की सभी जगहों पर देख लिया लेकिन कुछ भी पता नहीं चल पाया।अंत में हमने हार मान ली और मान लिया कि अब कोई उम्मीद नहीं है। उसके बाद उसकी मां भीमा देवी दिल्ली छोड़ कर अपने गांव बदरपुर नेपाल चली गई। लेकिन 8 साल बाद अपना घर आश्रम नीमकाथाना से फोन आया की आपका बेटा हमारे पास है तो उम्मीद जगी की मां कुंती का वास्तिव नाम पवन कुमार शर्मा है।
नेपाल से नीमकाथाना आई कुंती की माँ
बेटे को देखकर मां खुशी से रह ना पाई और बेटी से मिलने की खुशी में वह नीमकाथाना अपना घर आश्रम चली आई। कुंती उर्फ पवन कुमार की मां पवन को लेने आश्रम मैं आई तो मां बेटे को देखकर भावुक हो गई और उसकी आंखों में आंसू छलकाए और मां से बेटे गले लग गई। तो वही बेटे ने भी मां का आशीर्वाद लिया।
आश्रम में आते ही माँ को पुकारने लगा बेटा
जब कुंती उर्फ पवन शर्मा की माँ भीमा देवी आश्रम के मुख्य गेट पर आई तो अंदर उसका बेटा कुंती देखकर दूर से ही माँ-माँ कहकर पुकारने लगा और उस दौरान उसकी माँ की आंखे छलक आई और माँ बोली बेटा लेने आई हूं।
खंडेला से लाए थे आश्रम में
अपना घर आश्रम के कार्यकारिणी सदस्य गजेंद्र ने बताया कि नीमकाथाना टीम द्वारा कुंती को 17 अप्रैल 2023 को पंकज गोयल की सूचना पर खंडेला, सीकर से रेस्क्यू किया गया था।
सूचनादाता पंकज गोयल ने बताया कि खंडेला में करीब 2 साल से घूम रह रहे थे। कुंती बहुत अच्छी पेंटिंग बनाता हैं। एक दिन पेंटिंग बनाई तो अचानक उनको घर का पता याद आ गया। अपने घर का पता और उनके पड़ोस में रहने वाले गोपाल का मोबाइल नंबर लिखा।