नीमकाथाना: नव गठित जिला नीमकाथाना में पहली बार गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई एडीएम कार्यालय में आयोजित हुई। संबंधित विभागों के अलग अलग 51 परिवाद आए। जिला कलेक्टर श्रुति भारद्वाज ने अधिकारियों को जल्द निस्तारण करने के निर्देश दिए। यह जनसुनवाई सुबह 11 से 2 बजे तक परिवादी आए। जनसुनवाई में पानी, बिजली, खनन, नदी नालों सहित आम रास्तों की शिकायतें दर्ज हुई।
माफी मंदिर, चारागाह, नदी-नाला का अस्तित्व खत्म, अधिकारियों को नहीं पता भूमि कहां हैं
शिकायतकर्ता मनीराम यादव ने नीमकाथाना क्षेत्र में माफी मंदिर, नदी, रास्ते व चारागाह भूमि को खुर्दबुर्द करने के मामले में जिला कलेक्टर श्रुति भारद्वाज को शिकायत दी। जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों पर मिलीभगत से नदी, रास्तों व चारागाह भूमि को खुर्दबुर्द कर अतिक्रमण करवाने के आरोप लगाए गए। मनीराम यादव ने कलेक्टर के सामने दस्तावेज भी पेश किए। उन्होंने बताया कि शहर में करीब 1200 बीघा भूमि का अस्तित्व ही बदल चुके। यहां तक अधिकारियों को भूमि ks अता पता तक नहीं। शहर में 433 माफी मंदिर, 311 चारागाह, 106 नदी व 67 बीघा नालों सहित रास्तों की भूमि को खुर्द बुर्द कर दी गई। जिसपर कलेक्टर ने मामले को गंभीरता ले लेते हुए एसडीएम राजवीर यादव व ईओ पवन शर्मा की कमेटी गठित करने के निर्देश दिए। शिकायतकर्ता ने जल्द से जल्द दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की मांग की।
बांध क्षेत्र में खनन, तहसीलदार रिपोर्ट के बाद कार्रवाई नहीं
समन्वयक, जनांदोलनो का राष्ट्रीय समन्वय और
राष्ट्रीय संगठन मंत्री पीयूसीएल कैलाश मीना ने कासावती नदी में लगे क्रेशर में सिंचाई विभाग, राजस्व विभाग की भूमिका से लगा हैं। वहीं रायपुर बांध तक नदी में क्रेशर और अवैध खनन किया जा रहा हैं। निमोद मे बने बांध को तोड़कर खनन किया जिसकी 2011 की तहसीलदार की रिपोर्ट के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। महावा में कालियादेह बांध में खनन, जांच के नाम पर बुलाकर युवाओं से मारपीट की गई। फॉर्म हाउस के नाम पर जमीन कनवर्ट करवाकर उसमें क्रेशर व खनन आदि किया जा रहा हैं। डार्क जोन होने से पानी की समस्या हैं। इन मामलों को लेकर मीना राहुल गांधी व मुख्यमंत्री तक मिलने के बाद भी कार्रवाई नहीं होना परीक्षण के निर्देश दिए।
ये रहे मौजूद
जिला स्तरीय जनसुनवाई में जिला कलेक्टर भारद्वाज, एसडीएम राजवीर यादव, एएसपी शालिनी राज, तहसीलदार महेश ओला, पाटन तहसीलदार मुनेश सिर्वा, विकास अधिकारी संपत सैनी, विकास अधिकारी पाटन रामचंद्र सैनी, सीएमएचओ डॉ. राजेन्द्र यादव, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी जेपी यादव, एक्सईएन एवीएनएल आरएस यादव, एक्सईएन पीएचईडी रामकरण मीणा, एएमई अमीचंद दुहारिया, सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।