नीमकाथाना: जिले में पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों में अपार संभावनाएं है। इसके लिए जिले में स्थित पर्यटन स्थलों को प्रमोट कर अधिक से अधिक सैलानियों को जिले के पर्यटन स्थलों के भ्रमण हेतु आकर्षित किया जा सकता है। जिससे जिले में स्थित ऐतिहासिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन से जुड़े प्राकृतिक स्थल पर्यटन के राष्ट्रीय मानचित्र पर आ सकेंगे और प्रत्येक वर्ग का पर्यटक जिले के पर्यटन स्थलों को देखने आ सकेगा। यह विचार जिला कलक्टर श्रुति भारद्वाज ने बुधवार को जिले में स्थित पर्यटन स्थलों को प्रमोट करने हेतु आयोजित बैठक में व्यक्त किए। बैठक में जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों से पर्यटन स्थलों के विकास संबंधी सुझाव आमंत्रित किये।
बैठक में गणेश्वर, बालेश्वर, बागेश्वर व टपकेश्वर स्थलों को पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित करने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। जिला कलेक्टर ने सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर विस्तृत कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक में बांसियाल कंजर्वेशन रिजर्व को विकसित करने को लेकर वन विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा की गई।
जिला कलेक्टर ने बताया कि इन क्षेत्रों के विकास के लिए अतिरिक्त बजट की मांग की जाएगी एवं सीएसआर फंड के द्वारा विकास कार्य करवाए जाएंगे। कलेक्टर ने कहा कि नीमकाथाना जिला पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। यहां पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं है। जिले में जहां प्राकृतिक, ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक विषयों से जुड़े पर्यटक स्थल है। इन्हें हमें विकसित कर सैलानियों को सुविधाएं मुहैया कराना है। जिससे अधिक से अधिक पर्यटक जिले के पर्यटन स्थलों को देखने आएंगे वहीं स्थानीय स्तर पर भी लोगों को रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
जिला कलेक्टर ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार जिला स्तर पर भी 100 दिन की कार्य योजना तैयार की जा रही है जिसके तहत जिले को पर्यटन सर्किट के रूप मे विकसित किया जाएगा।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरारी शर्मा, मंदिर कमेटी के सदस्य, गणेश्वर ग्राम पंचायत के सरपंच सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।