नीमकाथाना: (इंद्राज योगी) स्वास्थ्य के क्षेत्र में उपलब्धि के तौर पर राजस्थान "मील का पत्थर" गढ़ने जा रहा है। राजस्थान में प्रत्येक जिला अस्पताल में वृद्धावस्था विशेषज्ञ इकाई(जीरियाट्रिक वार्ड एवं जिरिएट्रिक क्लिनिक) बनाएं गए है। जिला अस्पतालों में इस प्रकार के वार्ड बनाने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है। इसी कड़ी में शनिवार को नीमकाथाना के श्री कपिल देव राजकीय जिला अस्पताल में भी वृद्धावस्था विशेषज्ञ इकाई का उद्घाटन भाजपा नेता प्रमोद सिंह बाजोर ने फीता काटकर किया। जिले के बुजुर्गों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में अब परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।
वृद्धावस्था विशेषज्ञ इकाई को रामाश्रय के नाम जाना जाएगा
राजस्थान में प्रत्येक जिला अस्पताल में बुजुर्गों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है। जिसे "रामाश्रय" के नाम से जाना जाएगा। नीमकाथाना राजकीय जिला अस्पताल में वृद्धजनों की सेवा-सुश्रुता के लिए भी जीरियाट्रिक वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड में वृद्धजनों का बेहतर उपचार हो सकेगा।
वृद्धजन बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते है: नरेंद्र सिंह शेखावत
जिरिएट्रिक वार्ड के उद्घाटन के दौरान भाजपा नेता प्रमोद सिंह बाजोर ने कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने राजकीय अस्पतालों में आने वाले वृद्धजनों को सुगमतापूर्वक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए जिरिएट्रिक वार्ड की स्थापना के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह ने इस मानवीय पहल को 100 दिवसीय कार्य योजना में शामिल करवाया। वही कार्यक्रम के दौरान नरेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि चिकित्सा मंत्री के निर्देशों पर 100 दिवसीय कार्य योजना में निर्धारित लक्ष्य को पूरा करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने 49 जिला चिकित्सालयों में यह सुविधा प्रारम्भ कर दी है। इस तर्ज पर नीमकाथाना राजकीय अस्पताल में भी जिरिएट्रिक वार्ड का उद्घाटन हुआ है। शेखावत ने कहा कि नीमकाथाना राजकीय अस्पताल में अभी वृद्धजन बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते है।
जीरियाट्रिक वार्ड में यह होगी सुविधाएं
पीएमओ डॉ. कमल सिंह शेखावत ने बताया कि रामाश्रयों में वृद्धजनों के उपचार एवं देखभाल की विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। इन वार्डों में 10 फाउलर बैड होंगे। इनमें 5 महिला एवं 5 बैड पुरूषों के लिए आरक्षित किए हैं। हर बैड के बीच पार्टीशन कर पर्दे लगाए गए हैं। बैड के पास नर्सिंग अलार्म सिस्टम लगाए गए हैं, ताकि आपात स्थिति में वृद्धजन तुरंत नर्सिंग स्टाफ को बुला सकें। वही जिरिएट्रिक वार्ड के प्रभारी डॉ.मनीष अग्रवाल ने बताया कि वार्ड में महिला एवं पुरूष रोगियों के लिए अलग-अलग शौचालय हैं। इन शौचालयों में ग्रेब-बार लगाए गए हैं। वार्ड में फिजियोथेरेपिस्ट एवं फिजियाथैरेपी से संबंधित उपकरणों की समुचित व्यवस्था की गई है। इनमें शॉर्ट वेव डायाथर्मी, अल्ट्रा साउण्ड थैरेपी, सरवाइकल टैंग्वशन, पेल्विक टैंक्शन, ट्रांस इलेक्ट्रिक नर्व स्टिमुलेटर जैसे उपकरण शामिल वार्ड में व्हील चेयर, ट्रोली, मेडिसिन कैबिनेट एवं अन्य आवश्यक फर्नीचर उपलब्ध करवाया गया है।
वार्ड में 10 कार्मिक तैनात
पीएमओ डॉ. कमल सिंह ने बताया कि आईसीयू के बराबर वृद्धजन को भर्ती कर उपचार के लिए अलग से 10 बेड का वार्ड बनाया गया है। वार्ड में दो बेड अतिरिक्त लगाए गए है। नोडल अधिकारी डॉ. मनीष अग्रवाल, फिजियोथैरेपिस्ट पूजा चौधरी, सी. नर्सिंग ऑफिसर बृजभूषण चौधरी, नर्सिंग ऑफिसर उषा सेवलिया, नर्सिंग ऑफिसर चम्पा कुमावत, नर्सिंग ऑफिसर रामावतार यादव, नर्सिंग ऑफिसर शीशराम गुर्जर, नर्सिंग ऑफिसर सुमन पाटिल, नर्सिंग ऑफिसर मंजू कसवां, वार्ड अटेंडेंट मीरा देवी को स्टॉफ के रूप में लगाया गया है।