नीमकाथाना: फाल्गुन माह ऐसा माह हैं हर इंसान के मन में ख्याल रहता हैं प्रसिद्ध मेला आ गया हैं, हरियाणा, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से लेकर राजस्थान के रींगस स्थित खाटू धाम में चारों तरफ धार्मिक गूंज कानों में गूंजती रहती हैं। बाबा श्याम से मिन्नते मांगने लाखों श्रद्धालु पैदल यात्रा करते हैं, जिनकी सेवाओं में जगह जगह भंडारों का आयोजन किया जा रहा है। हर एक इंसान के मन में सेवाभाव देखने को मिलती हैं। दूरदराज से पैदल यात्री पैरों में छाले पड़ने के बाद भी बाबा श्याम के दर्शनों के लिए सैकडों किलो मीटर चलकर पहुंचते हैं।
इस बीच जगह जगह भंडारों के माध्यम से विभिन्न संगठनों द्वारा तरह तरह की सेवा की जा रही है, बाबा के दर्शनों के लिए दिल्ली से चलकर 105 सदस्यों का जत्था पैरों में छाले लिए अपनी मंजिल को प्राप्त करने के लिए आ रहे थे, हाथों में निशान, जुबां पर बाबा श्याम के जयकारों के साथ नीमकाथाना के नजदीकी ग्राम मंढोली में लगे पालम के लोगों द्वारा लगाए गए भंडारे में शरीर को आराम देने के लिए रुकें थे, जत्थे के साथ 17 वर्षीय सूरज भी शामिल था, नाबालिक श्रद्धालु को क्या पता था कि बाबा श्याम की जगह अस्पताल पहुंच जाऊंगा, श्रद्धालु सूरज की गलती कहें या नासमझ की खुले खेत में शौच जाने का सिला इतना बेहरम होगा कि जिसकी सजा जयपुर अस्पताल तक पहुंच जाएगी।
दरअसल मामला नीमकाथाना के नजदीकी ग्राम मंढोली में भंडारे के पीछे पड़े खुले खेत में शौच करने पर मारपीट तक पहुंच गया। सूरज के शौच करने पर खेत के मालिकों ने बेरहमी से पीटा। बेहोश होने पर छोड़ा गया। आसपास के मौजूद श्रद्धालुओं ने गंभीर हालत में राजकीय जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार दिया गया। करीब आधे घंटे तक चिकित्सकों से पीड़ित की बुआ ईलाज करने को लेकर गिड़गिड़ाती रही।
आधे घंटे बाद पीड़ित सूरज ईलाज मिलने के बाद हालात स्थिर होने पर जयपुर रैफर कर दिया गया। सामाजिक लोगों द्वारा ट्वीट के बाद सूचना पर सदर पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन पीड़ित जबतक जयपुर के आधे रास्ते को पार कर चुका था। पुलिस के मुताबिक किसी को तरफ़ से कोई रिपोर्ट नहीं आई रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।