निकटवर्ती ग्राम गणेश्वर में कथा का आयोजन किया गया। आयोजित कथा में नीमकाथाना के समाजसेवी श्रवण सैनी ने गौसेवार्थ निशुल्क कथावाचक रणवीरसिंह भाई का आभार प्रकट किया और अक्षय पुण्य योजना की सदस्यता ग्रहण की। उन्होंने डॉ. जी एस तंवर द्वारा सनातन धर्म संस्कृति विषय पर दिए गए उद्बोधन की सराहना करते हुए कहा कि हमारी हर परंपरा के पीछे विज्ञान है।
श्रवण सैनी ने कहा कि गौसेवा परम सुख दायक है। बड़े से बड़ा कष्ट भी सिर्फ गौ माता की सेवा करने से दूर हो जाता है। गौमाता में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। इनकी सेवा करने से सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं, गौसेवा अंतिम सेवा होती है। घर में सुख-समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य मिलता है। गौमाता को खिलाई गई कोई भी चीज सीधे देवी देवताओं तक पहुंच जाती है, इसलिए शास्त्रों में पहली रोटी गाय के लिए निकालने की बात कही गई है। गौ दूध पीनेसे तेज दिमाग बनता है और मनुष्य में सात्विक गुण विकसित होते हैं। पिछले कुछ दशकों में गौसेवा में कमी होने के कारण ही समाज में विकार उत्पन्न हो रहे हैं। उन्होंने सभी से गौसेवा करने की अपील की।
उल्लेखनीय है कि समाजसेवी श्रवण सैनी को गौसेवा और सनातन संस्कृति से बहुत लगाव है. वे घर पर गौसेवा के साथ साथ बाहर भी बेसहारा गायों की लम्बे समय से सेवा कर रहे हैं