अस्पताल गार्ड ने युवक को टोकने पर जसोदा ने दी मुकदमा दर्ज करवाने की धमकी, पुलिस मामले की जांच में जुटी
नीमकाथाना। कपिल देव राजकीय जिला अस्पताल में स्टिंग ऑपरेशन की धौंस दिखाकर रात के समय विगत एक माह से लगातार संदिग्ध अवस्था में घूमते फर्जी पत्रकार को पुलिस के हवाले करने का मामला सामने आया है। युवक के खिलाफ कोतवाली पुलिस थाने में पीएमओ डॉ.कमल सिंह शेखावत ने मामला दर्ज करवाया हैं। सिक्योरिटी गार्ड् के अनुसार विगत बुधवार से ही कृष्ण कुमार गोयल पुत्र स्व. सूरजमल जाति महाजन निवासी नीमकाथाना खुद को पत्रकार बता रोज जनाना वार्ड्स में स्टिंग ऑपरेशन करने के नाम पर जबरन प्रवेश कर रहा था। इसी बीच फर्जी पत्रकार और अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों के बीच इसी बात को लेकर कई बार नोक झोंक भी हुई।
जसोदा के साथ मिलकर करता था अस्पताल में रेकी
मिली जानकारी अनुसार सरकारी विभागों में सहूलियत के साथ प्रवेश करने के उद्देश्य से प्रेस कार्ड जारी करवा कर तथाकथित पत्रकार कृष्ण कुमार गोयल अस्पताल में गोपनीय सूचनाओं की रैकी करता था। जिसमें उपहार राशि, लपका गिरोह से कमिशन लेने की बात सामने आई है। 3 मार्च को ही जसोदा द्वारा पैसे मांगने के नाम पर आरोपी अस्पताल प्रशासन को ब्लैकमेल कर रहा था। इसी दौरान आरोपी को जनाना वार्ड में घुसने से रोकने पर गार्ड को एक जसोदा द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी गई थी।
आरोपी के चलते है नीमकाथाना बायपास किराए पर होटल
सूत्रों के मुताबिक आरोपी गोयल विगत कई वर्षों से मानव तस्करी जिसमे सेक्स रैकेट, अन्य राज्यों के लड़कियों से विवाह करवाने के नाम पर दलाली जैसे कई मामले में संलिप्तता है। विश्वस्त सूत्रों की माने तो आरोपी ने यह धंधा करीब 10 वर्षों से राजनीतिक और प्रशासनिक पकड़ के साथ कायम कर रखा है। कई बार पुख्ता सूचना के बाद भी आरोपी गिरफ्त से दूर ही रहा।
आरोपी से बरामद हुए फर्जी कार्ड
जिला अस्पताल के पीएमओ द्वारा कार्रवाई करने पर आरोपी के पास से एक अलीगढ़ से प्रकाशित साप्ताहिक समाचार पत्र का रिपोर्टर कार्ड बरामद हुआ है। वही पीआरओ के नाम लिखा एक नियुक्ति आदेश पत्र भी आरोपी ने खुद के पत्रकार होने के नाम पर दिखाया है। जिसमे ढेरों अशुद्धियों के साथ सीकर जैसे शब्द भी अशुद्ध लिखे थे। आईकार्ड का वैधता भी दिसंबर 2023 तक है। आरोपी कृष्ण ने खुद को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एवं भ्रष्टाचार निवारण संस्था(भारत) का प्रदेश मंत्री राजस्थान भी बताया है। जिसका आईडी कार्ड भी बरामद किया गया है।
पीएमओ ने दी पुलिस को रिपोर्ट, मामला दर्ज
विगत तीन दिनों से संदिग्ध रूप से जिला अस्पताल के वार्ड्स में घूमते पत्रकार की खबर मिली। सूचना पर पत्रकार से पूछताछ की गई। पूछताछ में कोई संतुष्टि जनक जवाब नही मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई। शिकायत के माध्यम से कोतवाली थाने में आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दी गई। अस्पताल प्रशासन अनाधिकृत रूप से किसी भी वार्ड में नही घुसने देने के लिए प्रतिबद्ध है। मामले की जांच सुरेश सिंह कर रहे हैं।
नीमकाथाना प्रेस क्लब की एक अपील
नीमकाथाना के जिले बनने के साथ ही पत्रकार गाजर घास की तरह उग आए है जैसे शब्द सुनने को मिल रहे है। दूसरे राज्यों में चल रहे अखबारों का रौब दिखाकर भी नीमकाथाना में कथित पत्रकारिता की जा रही है। प्रशासन के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं है। फर्जी आईडी बनाएं बैठे ऐसे लोग अवैध धंधों में भी लिप्त है। ऐसे में फर्जी पत्रकारों पर अधिकारियों ने कोई भी कार्रवाई नही कि तो ये लोगों का शोषण करेंगे।