नीमकाथाना: आज प्रथम नवरात्र के अवसर पर भामाशाह व सेवानिवृत्त पीएमओ डॉ. जी.एस.तंवर के सान्निध्य में वृक्षारोपण किया गया। इस दौरान बिल्वपत्र, सहेजना, गुलमोहर, नीम जैसे औषधीय महत्व के पौधे लगाए गए। उन्होंने वृक्षारोपण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक किया।
इस अवसर पर डॉक्टर तंवर ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण व प्रकृति पूजा भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग हैं। प्रकृति मां दुर्गा का ही रूप है जो इस सृष्टि को चला रही है। मानव तथा प्रकृति के बीच अटूट रिश्ता है। हमारी संस्कृति पर्यावरण संरक्षण प्रधान रही है, जो प्रदूषण पर विराम लगाती है और आध्यात्मिक मनोविज्ञान को स्वीकार करती है और दर्शाती है कि मानव के प्राणों की सुरक्षा प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा पर निर्भर करती है।
रामायण, महाभारत, वेद,पुराण, सभी धार्मिक ग्रन्थ हमें पेड़-पौधे, जीव-जन्तुओं के संरक्षण की सीख देते हैं। पेड़ों में अनेक देवी-देवताओं का वास बतलाया गया है। "वृक्षारोपण हमारे पर्यावरण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल वायु प्रदूषण को कम करता है, बल्कि जलवायु परिवर्तन को भी नियंत्रित करता है। हमें अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ और हरित बनाने के लिए वृक्षारोपण करना चाहिए।"
भियान में डॉ.जी.एस.तंवर, सरपंच जे.पी.कसवा, नंदकिशोर शर्मा, ABVP नगर अध्यक्ष उमेश अग्रवाल, प्रवीण चेतानी, शिक्षाविद् समुद्रपाल वर्मा, सहायक चिकित्सक सीताराम टेलर, डॉ रवींद्र शर्मा, जीतू ,विक्की सहित काफी पर्यावरण प्रेमियों एवं गौ सेवकों ने भाग लिया। ट्री गार्ड समाजसेवी, भामाशाह त्रिलोक दीवान द्वारा प्रदान किए गए। इस दौरान गणमान्य नागरिक और स्थानीय लोग उपस्थित थे।