नीमकाथाना: महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक स्थल की जानकारी को साझा करने के लिए, "गणेश्वर धाम" नामक पुस्तक का विमोचन किया गया। पुस्तक में गणेश्वर धाम के इतिहास, महत्व, और सांस्कृतिक महत्ता की विस्तृत जानकारी दी गई है। गणेश्वर धाम एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो अपनी अद्वितीय सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता के लिए जाना जाता है। यह स्थल न केवल धार्मिक महत्व का केंद्र है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल भी है।
पुस्तक के लेखक पं.रामावतार शर्मा ने बताया कि पुस्तक में गणेश्वर धाम के इतिहास, महत्व, और सांस्कृतिक महत्ता को विस्तार से बताया है। पुस्तक में गणेश्वर धाम के बारे में विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है, जैसे कि इसका इतिहास, धार्मिक महत्व, सांस्कृतिक महत्ता, और इसके आसपास के क्षेत्र की जानकारी। केवल जयकारे लगाने, भंडारे करने,भवन बनवाने और आहार, निद्रा,भय,लिप्सा तक सीमित रहने से ही धर्म - संस्कृति की रक्षा नहीं होगी। हमें अपने इतिहास को नहीं भूलना चाहिए और अपनी विरासतों को सहेजना चाहिए।
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में भूदौली महंत रामदास जी, विहिप अध्यक्ष मनोज बंसिया, वीरांगना कविता समोता, गौशाला संरक्षक अर्जुनलाल हसामपुरिया,अध्यक्ष विजय शर्मा, समाजसेवी अमरसिंह सेडूड़ा, पूर्व सरपंच मूलाराम यादव, पूर्व सरपंच छाजूराम यादव, भग्गूराम कुमावत,जगमाल सिंह, मदन सिंह तंवर, लक्ष्मण सिंह, रतनलाल यादव, विशाल शर्मा,हेमंत मिश्रा सहित काफी धर्म - संस्कृति- राष्ट्र प्रेमी उपस्थित रहे।